Friday 18 August 2017

10 Breeds of Desi Indian Cow – भारतीय गायों के नस्ल

India में लगभग 18 crores गाय (cow) है जिसमे से लगभग 13 crore गाये बछरे को जन्म देने लायक होती है और लगभग 70% Indian cow breeds कम दूध देने वाली होती है। Indian cow breeds में से “गीर” नमक गाय के नस्ले सबसे ज्यादा लगभग 65 liter दूध देने का record  है। India में कम से कम 30 से 35 types की cow breed पायी जाती है। इन सभी नस्लों में से  सबसे ज्यादा milk production वाली नस्ल हैं | To chaliye jante hai kaun kaun se nsal ki cow hamare desh mein milti hai.

Agar hamai desi cow ko sahi tarike se pala jaye to yah dairy ke liye kafi accha sabit ho sakta hai aur kai logon ko rojgar bhi mil sakta hai. Jaruri yah hai ki desi Indian cow breeds ko le kar unki nasl ko sudhara jaye aur unhe acche tarike se raka jaye. Sabse acchi baat in gayon ki yah hai ki inhe palna aasan hota hai. Aur Janiye wo kaun si Desi Indian cow breeds hai hamare India mein:

गिर गाय
इस breed की गायें Gujarat में ज्यादा पाए जाते है। यह गाय नियमित समय पर बच्चे को जन्म देती हैं। सभी गायों में इस गाय को milk production के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। यह गाय yearly कम से कम 2,000 से 6,000 liter तक दूध देती है।

साहिवाल गाय

 इस breed के गायों में अफगानिस्तानी और गिर जाति का खून पाया जाता है। इस breed के गायों का सिर चौड़ा होता है और  इनकी सिंघे छोटी व मोटी  होती है। यह भी एक देशी गाय का breed है जो की yearly 2,000 से 4,000 liter तक दूध देती है। इस गाय को सबसे ज्यादा UP, हरियाणा, पंजाब के मांटगुमरी जिला और रावी नदी के आसपास में पाया जाता है।
Sahiwal Cow Dairy Farming ke business ke liye acchi mani jati hai.
लाल सिंधी

Milk production के लिए इस गाय को भी बहुत अच्छा माना जाता है। इस गाय की देख रेख करना बहुत हीं आसन होता है क्योंकि कम से कम खुराक में भी यह गाय अपने आप को अच्छे से रख लेती है। यह गाय भी yearly 2,000 से 4,000 liter तक दूध देती है। इस breed के गायों का रंग गेहुँआ होता है तथा इनका body लंबा व खाल मोटा होता है। इस नस्ल के गायों में किसी भी तरह के बीमारी से fight करने की एक Amazing Power  होती है इसलिए ये गाय कहीं भी किसी भी Climate में रह सकती है ।

राठी गाय


यह गाय भी indian cow breed के अंतर्गत आती है। इस breed के गायों कम खा कर भी दूध बहुत ज्यादा देती है । yearly यह गाय कम से कम १८०० से ३५०० liter दूध देती है। यह गायें rajasthan, hariyana व punjab में ज्यादा मिलती है।

थरपार्कर गाय


कम खुराक होने के बाद भी इस breed की गायें दुधारू होती हैं। इस नस्ल की गायें का रंग खाकी, brown या फिर white होता है। यह breed Jaisalmer, Jodhpur और southwestern deserts of Sindh में ज्यादा पाया जाता है। यह yearly 1,800 से 3,500 liter दूध देती है ।

कांक्रेज गाय

इस breed की गायें ज्यादातर काठियावाड़, गुजरात, राजस्थान, बड़ोदा व सूरत में पाई जाती है। विदेश में भी इस गाय का demand बहुत है। इस breed के गाय का रंग silver gray, लोहिया brown या फिर black होता है। इनके पैरो पर काले रंग के चिह्न और इनके खुरों के ऊपर के part भी काले होते हैं। यह गाय yearly १५०० से ४००० liter दूध देती है।

जर्सी गाय

असल में जर्सी गाय मुख्यतः Jersey देश से है, परन्तु हमारे भारत देश में कई सालों से रहने और देसी गायों से प्रजनन के चलते यह यहाँ का मौहौल में रम बस गयी है | इसलिए Indian cow breed में Jersey cow भी आती है जो की दिखने में पिले-लाल रंग की होती है। इस breed की गायें भी milk production के लिए अच्छी मानी जाती है ।

मालवी गाय

इस breed की गायें ज्यादातर ग्वालियर, Madhya Pradesh के आसपास मिलती है। इस breed की गायें  ज्यादा दूध नहीं देती है, परन्तु इसे सही तरीके से पला जाये तो आसनी से 6 से 10 लीटर दूध दे सकती है । दिखने में ये गायें सफ़ेद से लेकर खाकी रंग की होती और इनका गर्दन यानि की neck थोड़ा black होता है।

भगनाड़ी गाय

Indian cow breed के अंतर्गत bhagnari  cow भी आती है। यह गाये भी बहुत दूध देती है। ज्वार इस breed के गायों का सबसे प्रिय खाना होता है । नाड़ी घास व उसकी रोटी ये दोनों भी इस breed की गायें को खिलाई जाती है। इन्हें नाड़ी नदी का Coastal state में ज्यादा पाया जाता है ।

नागौरी गाय

Nagori breed की गायें ज्यादातर जोधपुर के आसपास पाई जाती है। ये भी ज्यादा दुध नहीं देती लेकिन After calving (ब्याने ) काफी दिनों तक यह गाय कुछ कुछ (3 se 4 liter) दूध देती हीं रहती हैं।  कम दूध देने के अलावा आप गौऊ मूत्र को गोबर को अच्छी लाभ में बेच सकते है |

नीमाड़ी गाय


नर्मदा नदी के तट पर इस breed की गायें ज्यादा पाई जाती है । इस breed की गायें भी दुधारू होती हैं।

हरियाना गाय


इस breed की गायें का रंग white या फिर light brown होता है। यह गाय 10 से 12 liter milk daily देती है। इसे पालना आसान होता है | इस नस्ल की गायें का height ऊँचा व बदन गठीला होता है। यह गाय अपना सिर उठाकर चलती हैं। इस breed की गायें Rohtak, Hisar, Gurgaon आदि कई स्थानों पर पाई जाती है। 

पवाँर गाय

 इस breed(नस्ल) की गायो का मुंह सुकड़ा हुआ और इनकी सिंग straight व पूंछ लम्बी होती है। इस breed की गाये भी दूध कम देती है। ये ज्यादातर Purnpur tehsil and Kheri में पाई जाती है । 

दज्जल गाय 



यह गाय punjab के Dera Ghazi Khan district में ज्यादा देखने को मिलती है । अन्य गायों के मुताबिक इस breed की गायें दूध बहुत हीं कम देती है, परन्तु सही खान-पान और देखभाल से यह Dajal Cow आसानी से 5 से 8 liter milk दे सकती है । इसे रखना भी आसन है |

नीलोर गाय



इस breed की गायें भी milk production के लिए अच्छी होती है साथ हीं इस breed की गायें दिखने में बहुत हीं खुबसूरत होती हैं। इस नस्ल की गाय को Tamil Nadu, Andhra Pradesh , Nilore, बपटतला वसदनपल्ली में ज्यादा पाया जाता है ।

List of Cow Breeds in India with Milking Capicity

HindiEnglishYearly Milk Capacity (Yearly)
गिर गायGir Cow2,000 to 6,000 liter
साहिवाल गायSahiwal Cow2,000 to 4,000 liter
लाल सिंधी गायRed Sindhi Cow2,000 to 4,000 liter
राठी गायRathi Cow1,800 to 3,500 liter
थरपार्कर गायTharparkar Cow1,800 to 3,500 liter
कांक्रेज गायKankrej Cow1,500 to 4,000 liter
जर्सी गायJersey Cow5,000 to 8,000 liter
मालवी गायMalvi Cow
भगनाड़ी गायBhagnari Cow
नागौरी गायNagori Cow
नीमाड़ी गायNmari Cow
हरियाना गायHaryana Cow1,500 to 2,500 liter
दज्जल गायDajal Cow
गावलाव गायGalloway Cows
नीलोर गायNellore Cows


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