Friday 18 August 2017

Dairy Farming (Gai Palan) Business – गाय पालन

Kya aap apna Dairy farming start karne ka plan kar rahe hain? Gai Palan ki puri jankari, kaise start kare, how to manage cows and business in detail. Dairy farming आज के date में पैसा कमाने का एक बहुत हीं अच्छा जरिया है । इस business को करने के लिए आपको किसी degree की अव्यश्कता नहीं पड़ती है बल्कि इस business को करने के लिए आपकी मेहनत और हुनर हीं काफी है । Dairy farming एक ऐसा business होता है जो एक बार set हो जाये तो फिर इसमें ज्यादा घाटा होने की गुंजाईस नहीं रहती है बल्कि दिनों दिन  ये business बढ़ता हीं जाता है ।


जो लोग dairy farming business करने का सोच रहे है उन्हें उससे पहले बस कुछ बातों का जानना जरुरी है जिससे की को इस business को करने में सफल हो सके जैसे की किस नस्ल की गाय से दूध की उत्पादन अधिक होती है , इस business में कितनी पूंजी लगेगी , पशु की देखभाल कैसे करे , जगह की साफ सफाई कैसे करे आदि । अगर इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुआ dairy farming का business किया जाये तो एक महीने में लाखो की आमदनी हो सकती है । इसके अलावे आप गाय का घी, खोवा इत्यादि भी local market में sell कर के अच्छा कम सकते है | पर इससे पहले की आप डेरी का व्यवसाय को start करे, सबसे पहले खुद से पूछे की क्या आप dairy business ke liye ready है ? यहाँ कुछ ऐसे questions है जो आपको खुद से पहले पूछना चाहये |

गाय पालन की तैयारी / Dairy Business Plan

गाय की नस्ल (breed) का चुनाव – जब कभी भी आप dairy farming का business करने को सोंचे तो आपके लिए ये जानना बहुत जरुरी है की कौन सी नस्ल की गाय सबसे ज्यादा दूध देती है। किस नस्ल की गाय का बछड़ा दूध का उत्पादन करने के जल्दी बढ़ता है या फिर पुरुष बछड़ों को आप कितना बेच सकते है इन सभी बातों का अच्छे से पता कर लेना चाहिए । गाय को अपने शहर के जलवायु के अनुसार हीं खरीदना चाहिए ताकि वे आपके शहर की जलवायु को बर्दास्त कर सके इसलिए बेहतर होगा की गाय आप अपने शहर से हीं ख़रीदे। आपके लिए ये जानना भी बेहत जरुरी है की किस नस्ल के दूध के लिए स्थानीय मांग ज्यादा है । निचे हम आपको बताएँगे की कौन सी नस्ल की गाय ज्यादा दूध उत्पादन करती है :-
  • जर्सी गाय – ये गाय पिले-लाल रंग में पाई जाती है और  इनमे milk production की क्षमता भी बहुत अच्छी होती है ।
  • साहीवाल गाय – ये भी एक देशी गाय होती है और ये गाय प्रति दिन 10 से 13 liter दूध देती है। सबसे अच्छी बात यह है की इसे पालना आसन है और बीमारी भी कम होती है |
  • गिर गाय – ये गायें दूध उत्पादन के लिए बहुत हीं अच्छी होती है ये प्रति दिन लगभग 5 से 7 liter दूध देती है । ये गाय नियत time पर बछड़े को भी जन्म देती हैं।
  • लाल सिंधी गाय – दूध उत्पादन के लिए ये गाय भी बहुत अच्छी मानी जाती है । ये कम खुराक में भी अपने शरीर को अच्छे से रख लेती है। इसकी दूध की मांग काफी अच्छी है |
  • थरपारकर गाय – इस गाय की खुराक बहुत हीं कम होने के बावजूद  भी ये milk production में अच्छी होती है । यह बिलकुल देसी गाय है, इसे पालना तो आसन है ही साथ ही साथ रख रखाव भी काफी कम है |
  • राठ गाय – ये गाय भी कम खाती है और दूध ज्यादा देती हैं।
  • देवनी गाय  ये भी दूध उत्पादन के लिए अच्छी होती है।

गाय रखने की जगह / Place to Keep Cows

जब भी आप dairy farming business का सोच रहे हों तो सबसे पहले आपको गाय को रखने के लिए जगह की अव्यश्कता होगी। गाय को रखने के लिए ऐसे जगह का चयन करना चाहिए जो main market से ज्यादा दूर ना हो और उस जगह पर transport की सुविधा भी अच्छी हो। भले हीं आप business 2-3 गाय से शुरु कर रहे हों लेकिन जगह का चुनाव इतना बड़ा जरुर से करे जिससे आप future में और भी गाय को वहां रख सकें । गाय रखने वाली जगह पर कुछ और चीजो की जरूरत होती है जैसे की :-
  • उस जगह पर गाय के रहने के लिए केवल ऊपर से shade किया हुआ छोटा छोटा घर बना दें जो की चारो ओर से हवादार हो ।
  • जमीन चिकनी और हलकी ढलाव वाली होनी चाहिए ताकि जब गाय पेशाब (toilet) करे तो वो जमने के वजय आसानी से बह जाए ।
  • चिकनी जमीं पर गाय की गोबर को उठाने में भी आसानी होती है ।
कितने गाय से dairy farming start करना चाहिए
जब आप dairy farming का business अकेले करने जा रहे है तो starting में आप 2 से 3 गाय से हीं business शुरु करे उसके बाद धीरे धीरे आप गाय की संख्या को बढ़ा सकते है । जब आपकी गाय की संख्या बढ़ जाये तो आपको हर 10 गाय के देखरेख के पीछे 1 worker की अव्यश्कता पड़ेगी ।
पूंजी / Capital
अगर आप 2-3 गाय से हीं अपने business को शुरु करते है तो आपको बहुत हीं कम पूंजी लगाना होगा लकिन वहीँ अगर आप 10 या उससे भी ज्यादा गाय से अपना business start करते है तो आपको बहुत पैसे की अव्यश्कता पड़ेगी । अगर आपको ज्यादा गाय से business start करना है तो आप bank से loan भी ले सकते है । वैसे India में कई सारी Govt and Private sector banks हैं जहाँ से आपको loan मिल सकता है | अगर आप 10 या उससे अधिक गाय के साथ डेरी फार्म का बिज़नेस start करने जा रहे है तो आप नजदीकी bank में जा कर loan के लिए apply कर सकते हैं |
Dairy Expense Chart
Niche diye gaye monthly expenses ko aap aur ghata (decrease) sakte hai. Agar aap ghas (grass) apne land par hi uga sakte hai to aapka food costing almost half ho jayega aur accha khasa profit hoga. Dhayan rahe ki maine total yearly expense ko divide kar ke yeah dairy expense char banaya hai:

Sr. No.Item (per Cow)Costing per month in Rs
1FoodRs 3,000 to 5,000
2Medicine / DoctorRs 200 to 500
3WorkerRs 500 to 600
4Electricity, Water etcRs 100 to 200
Agar scientific (vaigyanik) tarike se Gai palan (dairy farming) kare to aapko ek cow ke upar aaram se Rs 3,000 se 5,000 tak ki aamdani ho sakti hai.
गाय का दाम कैसे जाने / How to Calculate Cow Pricing
गाय का दाम जोड़ने का सबसे अच्छा तरीका उसकी दूध उत्पादन छमता पर निर्भर करता है | For example – अगर 1 cow एक दिन में 1 लीटर दूध देती है तो उसका दाम Rs 3,500 से ले कर 4,500 तक होगा |
  • Price = Rs 35,000 to 45,000
  • Cow Daily Milk Production  = 10 Liter
  • Cow Daily Milk Production = 15 Liter
  • Price = Rs 52,000 to 68,000
  • Cow Daily Milk Capacity = 20 Liter
  • Price = Rs 70,000 to 90,000
Ab aapko mota moti idea malum ho gaya hoga ki Gai ka daam kaise malum kare. Dhayan rahe ki cow ka age aur kitni bar bacche diye hai us par bhi nirbhar karta hai.
जल प्रबंधन  / Water Management
जिस जगह पर आप गाय को रख रहे हों ध्यान रहे की उस जगह पर जल का प्रबंध अच्छा होना चाहिए । गायों को नहाने के लिए या फिर उनके जगह की साफ़ सफाई के लिए पानी की बहुत खपत होती है ।

रोग नियंत्रण / How to Prevent Disease

जब कभी भी आप dairy farming के लिए पशु खरीदें तो रोग मुक्त पशु हीं खरीदें । इसके अलावा जानवरों के doctor से संपर्क बना के रखे ताकि जब कभी भी आपकी गाय बीमार हो तो फ़ौरन हीं doctor को बुला कर उनका इलाज करवा सके । गाय के आस पास से मच्छर , मक्खी या फिर कोई भी कीटाणु जिससे गाय हो हानि पहुँच सकती है उसे दूर करने के लिए गाय के पास धुंआ जला कर रख देना चाहिए । जिस जगह पर कोई भी पशु मरा हो उस जगह को फिनाइल या फिर चुने का घोल से साफ़ करना चाहिए ।
गाय में पाए जाने वाले रोग कुछ इस प्रकार के होते है / Common disease found in Cow
  1. गल घोंटू रोग (Gal Ghotu) – ये बीमारी गाय में बरसात के मौसम में ज्यादा पाई जाती है। इस बीमारी में पशु को तेज़ fever के साथ गले में सुजन (swelling), सासं लेने वक्त तेज़ आवाज़ आना आदि होता है । इस बीमारी से बचने के लिए गाय को पहले से हीं antibiotics and antibacterial टिके (vaccine) लगा दिया जाता है।
  2. लंगड़ा बुखार- इसमें गाय को 106 डिग्री तक बुखार पहुँच जाता है । इससे गाय कमजोर हो जाती है और खाना पीना भी बंद कर देती है। गाय के पैरो के ऊपरी हिस्से में सूजन हो जाती है जिससे वे लंगड़ाने लगती है । ये सूजन गाय के पीठ पर, या कंधे पर भी हो सकती है।
  3. मुंहपका-खुरपका रोग (Muhpaka / Khurpaka Rog) – यह रोग गायों पर किसी कीड़े के आक्रमण द्वारा होता है। इस बीमारी के हो जाने से गाय की मृत्यु तो नहीं होती है लेकिन गाय सूख जाते हैं। इस रोग में गाय  को तेज fever हो जाता है। बीमार गाय के मुंह में ,  जीभ पर , ओंठ के अन्दर , खुरों के बीच में छोटे-छोटे दाने निकल आते हैं, जो आपस में मिलकर एक बड़ा छाला का रूप ले लेते हैं। फिर उस छाले में जख्म हो जाता है। खुर में जख्म हो जाने की वजह से गाय लंगड़ाने लगती है। इस रोग का कोई treatment नहीं है अतः इस रोग से बचने के लिए इसका टिका(vaccine) पहले हीं गाय को लगवा देना चाहिए ।
  4. थनैला (Thanela Rog) – गाय के थन में होने वाले इस बीमारी से बचने के लिए दूध निकालने से पूर्व और बाद में थनों को किसी Antiseptic Solution से धो लें ।
गाय तो उचित खाना दे / Proper Feeding  
गाय को उचित पोषण देना अनिवार्य होता है अगर उन्हें सही पोषण नहीं मिल पता है तो वे कम दूध का उत्पादन करते है । minerals licks  या minerals की खुराक पशु आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। सभी जानवरों के मुताबिक डेयरी पशुओं के लिए उच्च पोषण की आवश्यकता अधिक होती है। गाय के खाने के सामान को रखने के लिए एक store room का भी प्रबंध करना होगा ।
गाय को देने वाला खाना कुछ इस प्रकार के होते है :-
  • भूसी,
  • नेवारी,
  • सरसों की खल्ली,
  • मक्का की दर्री,
  • हरी साग सब्जियां
  • पुआल
  • कुट्टी आदि ।
Other Tips
नित्य पशु का दूध निकाले – दूध उत्पादक जानवर आमतौर पर एक दिन में दो या तीन बार दूध देते है। इसलिए आपको चाहिए की आप नित्य हीं उनका दूध निकाले । दूध निकालने का सही समय होता है :-
सुबह 5 से 7 बजे – सुबह में 5 बजे से 7 बजे के बिच का समय गाय का दूध दुहना सही रहता है । इस समय में गाय अच्छे quantity में दूध देती है ।
शाम 4 से 6 बजे – सुबह के बाद शाम के time में गाय का दूध निकलने से ज्यादा दूध की प्राप्ति होती है । इस तरह से आप एक दिन में 2 बार कर के ज्यादा से ज्यादा quantity में दूध की प्राप्ति कर सकते है ।
दूध कैसे निकालें – गाय को हर वक्त बांध कर नहीं रखना चाहिए उन्हें समय समय पर खुली हवा में घांस चढ़ने के लिए छोड़ देना चाहिए इससे गाय स्वस्थ रहती है और दूध भी ज्यादा देती है । गाय के दूध को दुहने का भी एक तरीका होता है । चलिए हम जानते है कैसे गाय का दूध निकला जाता है :-
  • जब कभी भी गाय का दूध दुहना हो तो उन्हें shade में ले आयें जहां उनके पुआल खाने का इन्तेजाम किया हुआ हो ।
  • जब गाय पुआल खाने में व्यस्त हो जाती है तो उसी वक्त उसका दूध दुह लेना चाहिए ।
  • दूध दुहने वक्त अपने हाँथो में हल्का सरसों तेल लगा लें इससे हांथो पर ज्यादा जोड़ नहीं पड़ता है और दूध भी आसानी से निकल जाता है ।
  • जो लोग इस काम में expert होते है वो लोग इस तरह से एक बार में कई गायों का दूध दुह लेते है।
  • जब तक आप एक गाय को दुह रहें हो तब तक के लिए बांकी की गायों को घांस चढ़ने के लिए छोड़ दें ।

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